JEE Mains सेशन 2 का रिजल्ट आउट:इस स्कोर के बेसिस पर देश के टॉप NITs में लें एडमिशन, पहले नंबर पर NIT त्रिची, दूसरे पर NIT सूरतकल

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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 24 अप्रैल की देर रात तकरीबन 11 बजकर 30 मिनट पर JEE Mains 2024 सेशन 2 का रिजल्ट जारी कर दिया। स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर jeemain.nta.ac.in पर अपना स्कोरकार्ड देख सकते हैं। JEE Mains स्कोर के बेसिस पर देश के बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेजों के BE/BTech कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, IITs में एडमिशन के लिए JEE Advanced क्वालिफाई करना जरूरी है।

आज टॉप कॉलेज में जानेंगे देश के टॉप NITs (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) और एडमिशन प्रोसेस के बारे में..

1. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), तिरुचिरपल्ली
NIT तिरुचिरापल्ली को NIT त्रिची के नाम से भी जाना जाता है। ये देश में टॉप 10 रैंकिंग में आने वाला इकलौता NIT है। इंस्टीट्यूट में कुल 9 अलग-अलग इंजीनियरिंग के डिपार्टमेंट्स हैं। इसके अलावा आर्किटेक्चर, मैनेजमेंट, कंप्यूटर एप्लिकेशन, एनर्जी और एनवायर्नमेंट के अलग डिपार्टमेंट्स हैं। इस तरह इंस्टीट्यूट में कुल 18 अलग-अलग डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : इंस्टीट्यूट से केमिकल इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग जैसी कोर इंजीनियरिंग ब्रांच में एडमिशन ले सकते हैं। इन कोर्सेज में BTech, MTech और MSc जैसे कोर्सेज कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में JEE Mains के स्कोर और PG कोर्सेज में GATE एग्जाम के स्कोर और काउंसलिंग के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं।

NIT तिरुचिरापल्ली की स्थापना 1964 में हुई थी।

NIT तिरुचिरापल्ली की स्थापना 1964 में हुई थी।

2. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सूरतकल
कर्नाटक के मैंगलोर जिले में NIT सूरतकल में इंजीनियरिंग से जुड़े 12 अलग-अलग डिपार्टमेंट्स हैं। इसके अलावा इंस्टीट्यूट में स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज, सोशल साइंस और मैनेजमेंट भी हैं। NITs की लिस्ट में ये इंस्टीट्यूट ऑल इंडिया रैंक 2 पर है।

कोर्सेज : इंस्टीट्यूट से वॉटर रिसोर्सेज और ओशियन इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, मैथमेटिकल एंड कम्प्यूटेशनल साइंसेज, मेटलर्जी एंड मैटेरियल्स और माइनिंग इंजीनियरिंग जैसे डिपार्टमेंट्स से BE कर सकते हैं। इन डिपार्टमेंट्स में PG कोर्स भी कर सकते हैं। इसके अलावा PhD प्रोग्राम भी कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : UG कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए JEE Mains क्वालिफाई करना जरूरी है। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT सूरतकल की स्थापना कर्नाटक रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज (REC) के तौर पर 1960 में हुई थी। इसे 2002 में NIT का स्टेटस दिया गया।

NIT सूरतकल की स्थापना कर्नाटक रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज (REC) के तौर पर 1960 में हुई थी। इसे 2002 में NIT का स्टेटस दिया गया।

3. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), राउरकेला
ओडिशा के राउरकेला जिले में स्थित NIT राउरकेला में इंजीनियरिंग, प्लानिंग, आर्किटेक्चर, साइंस और ह्यूमैनिटीज जैसे अलग-अलग 17 एकेडमिक डिपार्टमेंट्स हैं। इंस्टीट्यूट में 14 अलग-अलग ब्रांच में इंजीनियरिंग (BE) कोर्स के लिए एडमिशन ले सकते हैं।

कोर्सेज : इंस्टीट्यूट से बायोटेक्नोलॉजी एंड मेडिकल इंजीनियरिंग, सिरेमिक इंजीनियरिंग, फूड प्रोसेस इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल डिजाइन जैसे कोर्सेज में BE और ME कर सकते हैं। इसके अलावा इन डिपार्टमेंट्स में PhD भी कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : UG कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए JEE Mains क्वालिफाई करना जरूरी है। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT राउरकेला की स्थापना रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 15 अगस्त 1961 को हुई थी। इंस्टीट्यूट का कैंपस 648 एकड़ एरिया में बसा हुआ है।

NIT राउरकेला की स्थापना रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 15 अगस्त 1961 को हुई थी। इंस्टीट्यूट का कैंपस 648 एकड़ एरिया में बसा हुआ है।

4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), वारंगल
इंस्टीट्यूट में इंजीनियरिंग के अलावा स्कूल ऑफ मैनेजमेंट और स्कूल ऑफ सोशल साइंस के डिपार्टमेंट भी हैं। इंस्टीट्यूट में इंजीनियरिंग के 11 अलग-अलग ब्रांच में पढ़ाई होती है। इसके अलावा यहां फिजिकल एजुकेशन का डिपार्टमेंट भी है।

कोर्सेज : इंस्टीट्यूट से केमिस्ट्री, केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और फिजिक्स जैसी कोर ब्रांच से BE की डिग्री कर सकते हैं। इन डिपार्टमेंट्स में PG कोर्स (MTech) भी कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT वारंगल की स्थापना 1959 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी।

NIT वारंगल की स्थापना 1959 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी।

5. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), कालीकट
NIT कालीकट में कुल 3 स्कूल और 10 डिपार्टमेंट हैं। इनमें आर्किटेक्चर और प्लानिंग के लिए भी अलग से डेडिकेटेड डिपार्टमेंट भी है। इसके अलावा डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन, मैनेजमेंट स्टडीज और ह्यूमैनिटीज, आर्ट्स और सोशल साइंसेज के लिए भी अलग से डिपार्टमेंट हैं।

कोर्सेज : इंस्टीट्यूट में बायोसाइंस इंजीनियरिंग, मटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसी ब्रांच में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT कालीकट की स्थापना 1961 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। इसे 2002 में NIT का दर्जा दिया गया।

NIT कालीकट की स्थापना 1961 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। इसे 2002 में NIT का दर्जा दिया गया।

6. मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MNIT), जयपुर

MNIT जयपुर में 13 डिपार्टमेंट्स हैं। इनमें आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, केमिस्ट्री, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट स्टडीज जैसे डिपार्टमेंट हैं।

कोर्सेज : इन सभी डिपार्टमेंट्स से BE/BTech और मास्टर्स डिग्री कर सकते हैं। इसके अलावा PhD प्रोग्राम में भी एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : UG कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए JEE Mains क्वालिफाई करना जरूरी है। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE एग्जाम क्वालिफाई करना जरूरी है।

MNIT की स्थापना मालवीय रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1963 में हुई थी। 2002 में इसे NIT स्टेटस मिला।

MNIT की स्थापना मालवीय रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1963 में हुई थी। 2002 में इसे NIT स्टेटस मिला।

MNIT की स्थापना मालवीय रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर 1963 में हुई थी। 2002 में इसे NIT स्टेटस मिला।

7. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), सिलचर
NIT सिलचर में मैथ्स, फिजिक्स, मैनेजमेंट स्टडीज जैसे 5 डिपार्टमेंट्स हैं। यहां सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग जैसी 6 ब्रांच में पढ़ाई होती है।

कोर्सेज : यहां से किसी भी डिपार्टमेंट में BE या BTech कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। इसके अलावा MTech रिन्यूएबल एनर्जी आर्टिफिशियल एनर्जी जैसे कोर्सेज में MTech भी कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT सिलचर की स्थापना 1967 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। 2002 में इसे NIT का स्टेट्स दिया गया।

NIT सिलचर की स्थापना 1967 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। 2002 में इसे NIT का स्टेट्स दिया गया।

8. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), दुर्गापुर
NIT दुर्गापुर में बायोटेक्नोलॉजी, केमिकल इंजीनियरिंग, केमिस्ट्री, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट स्टडीज जैसे 14 डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : इंस्टीट्यूट में इनमें से किसी भी डिपार्टमेंट में BE या BTech कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। इसके अलावा इंस्टीट्यूट में MTech और PhD प्रोग्राम में भी एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT दुर्गापुर की स्थापना 1960 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी।

NIT दुर्गापुर की स्थापना 1960 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी।

9. मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, प्रयागराज
NIT प्रयागराज में 4 डिपार्टमेंट्स, जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम सेल और रिसर्च सेंटर भी है। इंस्टीट्यूट में इंजीनियरिंग, साइंसेज और स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज जैसे डिपार्टमेंट में किसी भी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

कोर्सेज : यहां केमिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे ब्रांच में BE, BTech कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT प्रयागराज की स्थापना 1961 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। इसे 2002 में NIT स्टेटस दिया गया था।

NIT प्रयागराज की स्थापना 1961 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर हुई थी। इसे 2002 में NIT स्टेटस दिया गया था।

10. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), दिल्ली
NIT दिल्ली में 6 डिपार्टमेंट्स हैं। इसमें एप्लाइड साइंसेज, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जैसे डिपार्टमेंट्स भी शामिल हैं।

कोर्सेज : इनमें से किसी भी ब्रांच में BTech या MTech की डिग्री कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

NIT दिल्ली की स्थापना 2010 में हुई थी।

NIT दिल्ली की स्थापना 2010 में हुई थी।

11. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT), पटना
NIT पटना में आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे 10 डिपार्टमेंट्स हैं।

कोर्सेज : यहां से BE, BTech, MTech, MURP (मास्टर्स ऑफ अर्बन एंड रीजनल प्लानिंग) के 15 कोर्सेज, PhD, इंटीग्रेटेड MSc जैसे कोर्सेज कर सकते हैं।

NIT पटना की स्थापना 1886 में हुई थी।

NIT पटना की स्थापना 1886 में हुई थी।

ऐसे मिलेगा एडमिशन : इंस्टीट्यूट में UG कोर्सेज में 12वीं के मार्क्स और JEE Mains स्कोर के बेसिस पर एडमिशन ले सकते हैं। वहीं, PG कोर्सेज में एडमिशन के लिए GATE क्वालिफाई करना जरूरी है।

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